Depression Se Bahar Kaise Nikle: डिप्रेशन को जड़ से खत्म करें और जिंदगी खुशहाली से जीए।

Depression Se Bahar Kaise Nikle

जिंदगी में हमेशा उतारचढ़ाव आते रहते हैं, हर वक्त वैसा नहीं होता जैसा आप चाहते हैं। अतः संसार में रहते हुए दुःख और सुख भोगना ही पड़ता है। जब हम आनंद में होते हैं तो हम किसी भी चीज़ के बारे में नहीं सोचते हैं। क्योंकि सब कुछ ठीक चल रहा होता है। लेकिन, जब दुख, मुश्किलें, परेशानियां आती हैं तो हम बहुत सोचते हैं, अगर हम कुछ उपाय करके इससे निकलने का रास्ता खोज लें तो हम आसानी से इससे बाहर निकल सकते हैं और एक अच्छी जिंदगी जी सकते हैं। इसलिए अंत तक पढ़ें।

Depression Se Bahar Kaise Nikle ? डिप्रेशन से बाहर कैसे निकले?

डिप्रेशन कई कारणों से हो सकता है, जिनमें रिश्ते टूटना, पारिवारिक विवाद, पैसे की कमी, अत्यधिक कर्ज, गलत प्रकारका खाना, देर से सोना, जल्द ही करोड़पति बनने का सपना, अस्पताल का बिल, परिवार की घरेलू जरूरतों को पूरा करना, काम का बोझ शामिल है। ऐसी स्थिति में, कई लोग इसका समाधान ढूंढने की कोशिश करते हैं, मनोचिकित्सकों से सलाह लेते हैं, विभिन्न प्रकार की गोलियाँ लेते हैं, विभिन्न अवसाद सेमिनारों में भाग लेते हैं, ऐसे लोगों से सलाह लेते हैं जो स्वयं उदास हैं। कुछ समय के लिए उन्हें अच्छा महसूस होता है लेकिन पूरी तरह से ठीक नहीं होता और कभीकभी वे गलत निर्णय भी ले लेते हैं। लेकिन, आप इससे पूरी तरह बाहर निकल सकते हैं और एक खुशहाल जिंदगी जी सकते हैं।

सबसे पहले डिप्रेशन के सामान्य लक्षणों को समझें:- First understand the common symptoms of depression

डिप्रेशन कई प्रकार का हो सकता है। समझें कि अवसाद के सामान्य लक्षण आपके जीवन को कैसे प्रभावित कर सकते हैं।

  • अनिद्रा अनियमित नींद का अनुभव है।
  • हमेशा बहुत सारे नकारात्मक विचार आते हैं।
  • अकेला महसूस करना।
  • कोई भी काम करने से मना करना।
  • अपने आप को कम समजना।
  • लोगों से नफरत करना।
  • हर रोज बहुत आलस महसूस होता है।
  • भीड़ या शोर से असहज महसूस करना।
  • सारा दिन उदास रहना।
  • अचानक महत्वपूर्ण वजन घटना या बढ़ना।
  • आत्महत्या या मृत्यु जैसे विचार आना।

उपरोक्त संकेत किसी भी उम्र के पुरुषों में महिलाओं में डिप्रेशन के लक्षण आपके लिए हानिकारक है।

डिप्रेशन से बाहर आने के तरीके:Depression Se Bahar Kaise Nikle?

1) सोशल मिडिया अप्प से दूर रहे :- Is it Best to Avoid Social Media?

यह आपको मानसिक तनाव दे सकता है, आए दिन नई-नई तरह की खबरें आती रहती हैं जिनका आपसे कोई लेना-देना नहीं होता लेकिन हम देखते हैं कि इससे आपके मन में मानसिक दबाव पैदा हो जाता है। कई तरह के मनोरंजन के साधन वीडियो देखकर हम अपना कीमती समय बर्बाद कर रहे हैं। अगर हम सोशल मीडिया से दूर रहें तो हम अपना काफी समय बचा सकते हैं। सोशल मीडिया का उपयोग केवल अपने काम के लिए करें और केवल वही चीजें देखें जो आपके काम से संबंधित हों।

2) बिना काम के लोगों से दूर रहें:- How to Avoid Bad People?

बिना किसी कारण के बेकार लोगों से न जुड़ें, वे लोग आपके बारे में क्या सोच रहे है उससे आपको कोई मतलब नहीं, आपकी संपर्क सूची में बहुत से बिना काम के अधिक नंबर हैं। लेकिन, कितने लोग आपको कॉल करते हैं। कितने लोग आपका कोई काम करते हैं। काम से सबंधित हो उतने ही लोगों के संपर्क में रहें और उतनी ही बातें करें, जितनी जरुरी काम की हो। हो सके तो मोबाइल नंबर बदल दे, इसलिए आप अपने कामकाजी लोगों के बारे में सोचेंगे और आपका तनाव कम होगा और आप शांत रहेंगे। उदाहरण के लिए, अगर आपका कोई बॉस आपसे काम करने को कहता है और दूसरा सहकर्मी आपको सलाह देता है तो ऐसे लोगों से बचें, उन्हें avoid करे। ऐसे लोगों को महत्व न दें। कम से कम लोगो के संपर्क में रहे।

3) किसी पर निर्भर ना रहे:- How To Not Depend on Anyone

हम हमेशा दूसरे लोगों पर निर्भर रहते हैं, हम अपने सुख-दुख का सारा नियंत्रण दूसरों को सौंप देते हैं। अगर कोई हंसता है तो हम हंसते हैं, अगर कोई रुलाता है, हम रोते हैं, हम समाज, अपने आस-पास के लोगों, रिश्तेदारों, दोस्तों के नियमों के अनुसार जीने की कोशिश कर रहे हैं। हम खुद को अच्छा रखने की कोशिश करते हैं.

लेकिन, यह हमारी मानसिकता को प्रभावित करता है, दूसरे कि खुशहाली हमें घेर लेती है। इसलिए अच्छा बनने की कोशिश मत करें क्योंकि तुम स्वयं अच्छे हो।

4) रिश्तो को बांधना  बंद करे:- Stop Tying Up The Relationships

किसी भी रिश्ते की बुनियाद एक मजबूत विश्वास से टिकी रहती है, अगर कोई खुद से आप से बंधा रहना चाहता है, तो ओ आपका दिल से ख्याल रखता है, आपकी हमेशा भलाई चाहता है, ओ आपको कभी छोड़कर नहीं जायेगा।

एक बार एक गुरु और शिष्य रस्ते से जा रहे थे, तभी रास्ते में एक किसान, एक बैल को रस्सी से खींचा जा रहा था। तो गुरु ने शिष्य से पूछाबताओ कौन किस से बंधा है” क्या बैल किसान से बंधा है, या किसान बैल से बंधा है। शिष्य ने कहा बैल किसान से बंधा है, किसान मालिक है, और बैल गुलाम” थोड़ी देर बाद रस्सी टूट जाती है। और बैल भाग जाता है, गुरु ने शिष्य से फिर पूछा अब बताओ कौन किस से बंधा है शिष्य ने फिर कहा “बैल किसान से बंधा है।

गुरु ने कहा, नहीं किसान मालिक नहीं है, बैल तो आजादी चाहता है वो बंधाहुआ कभी नहीं चाहत, किसान तो अपनी भलाई के लिए उसे बांधे रख रहा है। इसीलिये अपनी भलाई के लिए अपना काम निकालने के लिए किसी को भी मत बांधे उसे आजाद रहने दे।

5) आपकी पसंदिदा चीजे खाएं:- How Do You Eat Favorite Foods?

ज्यादातर लोग आपसे कहेगे की ऐसा खाना चाहिए, वैसा खाना चाहिए इसमें विटामिन है उसमे प्रोटीन है। पर आपको जो अच्छा लगे वह खाये, जरुरी नहीं आप जो खाये उसमे प्रोटीन हो, बस वह आपकी पसंद का होना चाहिए।

अगर किसी ने कहा, की करेले का जूस आपके लिए बहुत फायदेमंद है, पर आपको वह पसंद नहीं है. तो आपका दिल और दिमाग उसे पसंद नहीं करेगा। चाहे आपके लिए कितना भी फायदेमंद क्यू न हो. इसलिए आपकी पसंदीदा खाना खाये।

6) बुरी आदत से दूर रहे बुरी संगत वाले लोगो से दूर रहे :- Stay away from people with bad habits.

बुरी आदतें और बुरे साथी आपको हमेशा गलत फैसले लेने पर मजबूर कर देते हैं। इसलिए शराब, गांजा, सिगरेट, चरस, अफ़ीम, कोकीन जैसे व्यसनों से दूर रहें। जिससे आपके परिवार में दरार आ जाती है, आप अपने परिवार से दूर हो जाते हैं। कोई आप पर विश्वास नहीं करता। कोई आपका सम्मान नहीं करता। गलत साथियों से दूर रहें, वे हमेशा अपना फायदा देखते हैं, जब तक उन्हें मुफ्त खाना-पीना नहीं मिलता, वे आपको लुभाते हैं, फिर आपको छोड़ देते हैं और दूसरा साथी बना लेते हैं। इस आदत को छोड़ने से आप तनाव मुक्त महसूस करेंगे।

7) धार्मिक स्थल पर जाकर देख लें, यात्रा का नियोजन करे:-  Go To The Religious Place And See, Plan The Trip.

किसी धार्मिक स्थल पर जाकर देख लें, किसी का, किसीसे कोई लेना-देना नहीं है, सबका ध्यान उस मूर्ति पर, उस जगह पर है, कि वहां कितनी शांति महसूस होती है। अपने जीवन के सभी दुख, दर्द, समस्याओं को भगवान पर छोड़ दें। किसी को उत्तर न दो, किसी से शिकायत न करो, सब कुछ प्रभु पर छोड़ दो, जो उचित करता है। क्योंकि, उस रब ने तुम्हें यूं ही नहीं बनाया, तुम इस दुनिया में खास हो।

अछि अछि जगह पर जाये, वहा का माहौल देखे कितनी शांति है. पेड़, पौधे, पहाड़, पक्षी, झरने, जानवर है, कितना सुकूनमय है, उसे देखकर आप तनाव मुक्त महसूस करेंगे।

8) भूतकाल और भविष्य के बारे में ना सोचे, वर्तमान में जिए:- Don’t Think About The Past And The Future, Live In The Present.

भूतकाल और भविष्य के बारे ना सोचे, वह आपके बस में नहीं है, भूतकाल में जो हुवा सो हुवा, भविष्य की चिंता करके आप क्या कर लेंगे, जो हुवा ही नहीं उसके बारे में क्या सोचना।

वर्तमान में जीना सीखे आसपास का माहौल देखे, कितन सुन्दर है, हर वह चीज का आनद ले जो आपके पास है. आपके पास जितना है काफी है अधिक पाने की चिंता न करे।

9) अपनी कामजोरी को ताकद बनायें:- Turn Your Weakness Into Strength.

आप अपनी कामजोरी को ताकद बनायें। समजलिजिए, की आपके पीछे एक पागल कुत्ता लग गया है, आप सामान्य गति से कितना भागेंगे, आपको पता है अगर उस कुत्ते ने काट लिया तो आपको इंजेक्शन लेना पड़ेगा। यह आपकी कमजोरी है।

उस समय आप अपनी पूरी ताकद लगाकर भागेंगे। वह भागने की ताकद आपकी पूरी पावर है, आप हमेशा से ही अपनी पूरी पावर का इस्तेमाल नहीं करते। इस प्रकार आपकी कमजोरी आपकी ताकद बन जाएगी। अपनी पूरी ताकद को पहचाने।

10) ध्यान करें, योग करें यह डिप्रेशन दूर करने का मंत्र हैं :- Do Meditate, Do Yoga.

दिमाग में रोज 6,000 विचार आते हैं, इनमें 80% नकारात्मक होते हैं, इनसे दूर रहने के लिए १५ मिनट ध्यान लगाना जरूरी इन दिनों हम सब पहले से ज्यादा तनाव से गुजर रहे हैं। ध्यान और योग साधना करने से, आप अपनी पूरी जिंदगी बदल सकते है. कुछ भी न करे बस ध्यान मुद्रा में बैठ जाये अपनी आँखे बंद रखे और अपने आप को महसूस करे. आप देखेंगे की, आपका दिमाग आप नहीं, बल्कि आपका कान, नाक, आँखे, हाथ, पैर सबकुछ मिलके ये शरीर बना है. आपका पूरा जीवन आपही का है और बहुत सुन्दर है.

11) आभारी रहना सीखे:- Learn To Be Grateful.

अगर कोई आपकी मदद करता है तो धन्यवाद कहें, भगवान का शुक्रिया करें जिसने आपको इतना कीमती शरीर दिया। आकाश में सूर्य, चंद्रमा और तारे आपके लिए जो कर रहे हैं उसके लिए उनके प्रति आभारी रहें। जिस धरती पर हम रहते हैं उसके प्रति आभारी रहें। अपने माता-पिता के प्रति आभारी रहें जिन्होंने आपके जीवन को आकार दिया। आभारी होने से आपको ख़ुशी मिलेगी, आपका मन हल्का होगा।

12) लोगो की सोच के बारे में सोचना बंद करे :- Stop Worrying About What People Think.

केवल वही लोग आपके बारे में सोचते हैं जो आपसे कम सफल हैं। उनके विचार निरर्थक हैं. जो लोग अपने जीवन में सफल होते हैं वे आपके बारे में कुछ नहीं सोचते।

मान लीजिए आपके घर में एक टीवी और एक सेट टॉप बॉक्स है, कुछ लोग आपके घर आते हैं और अलग-अलग सोचने लगते हैं।

जिसके घर में टीवी नहीं है वो यही सोचेगा कि टीवी है.

जिस व्यक्ति के घर में टीवी और सेट टॉप बॉक्स है वह यही सोचेगा कि टीवी कोनसी कंपनी का है।

जिस व्यक्ति के घर में टीवी और सेट टॉप बॉक्स वही कंपनी का है। तो कोनसे चैनल आ रहे है.

वही अगर कोई टीवी मैकेनिक है तो वह सोचेगा की इस टीवी में कोनसी पीसीबी, कार्ड लगी है.

वही अगर कोई टीवी बेचनेवाल है तो वह सोचेगा की, सबसे ज्यादा फीचर वाला कोनसा टीवी है जो ज्यादा सेल होगा।

वही अगर कोई टीवी कंपनिवाला है तो वह सोचेगा की, इसमें कोनसे फीचर बढ़ा सकते है।

वही अगर कोई टीवी ऍप बनानेवाल है तो वह सोचेगा की इसमें, वॉइस फीचर डालना पड़ेगा।

वही टीवी ऍप वॉइस फीचर सोचेगा की, आपका टीवी ऑउटडेटेड हो गई है. इसे फेक दे ओर नया फीचर वाला टीवी ले।

सरकार ने सोचा की वो नया फीचर १०० एजुकेशन चैनल होने चाहिए। जो अगली पीढ़ी को साइंटिस्ट बनाएगी।

दुश्मन देश सोचेंगे की, इस देश में बहुत साइंटिस्ट बनेगे और ऐसी खोज करेंगे की अपना देश ख़तम हो जाएगा। ये तो मुद्दा तो इंटरनेशनल हो गया.

विरोधी पक्ष वाले सोचेंगे की, इस सरकार ने १०० एजुकेशन चैनल तो डाले, अपनी पार्टी के १० चैनल भी ऐड कर दिए अब हमारी पार्टी अगली बार नहीं आएगी।

अब आपने नया फीचर वाला टीवी घर लाया। आप सोचेंगे इसमें अपनी पसंद का प्रोग्राम देखेंगे।

आपकी बीबी सोचेंगे की, मै सास बहु की सीरियल देखूंगी।

मगर आपका पूरा घर, आपके छोटे बच्चे ने जो लगाया वो कार्टून चैनल दिनभर देखते रहते है. उस बच्चे को कोई लेना देना नहीं है की कौन क्या सोच रहा है. बस उसे उस कार्टून में मजा आता है, ख़ुशी मिलती है.

आप उस छोटे बच्चे की तरह सोचे जिसने सबको कार्टून बनाया। इस जिंदगी का मजा लीजिये। जिंदगी ज्यादा से ज्यादा कितने दिनों की है, जिसमें से आधी जिंदगी तो निकल गई है, बची आधी जिन्दगी में आप किस किस के बारे में सोचेंगे।

विचार हमारे चारों ओर तरंगों की तरह तैर रहे हैं हम बेहोशी की हालत में बस उनसे कनेक्ट हो जाते हैं अगर हम होश में रहे तो बिना वजह के विचारों से जल्द ही निजात पा लेते हैं सकारात्मक विचार हमारे लिए लाभप्रद हो सकते हैं अगर हम नकारात्मक विचारोंकी जकड में आ जाए तो हमारे लिए बहुत हानिकारक भी हो सकते हैं इसलिए हमेशा सकारात्मक रहे ताकि हम सकारात्मक विचारों से कनेक्ट हो जाएं।

इस तरह आप डिप्रेशन को जड़ से खत्म कर सकते है और जिंदगी खुशहाली से जी सकते है।

https://viatatas.com/ladki-bahini-yojana-online-apply-link-maharashtra-nari-shakti-doot-registration/

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